Cryptocurrency Ban in India: अगर क्रिप्‍टोकरेंसी भारत में बैन हो गयी तो आपकी खरीदी क्रिप्‍टोकरेंसी का क्‍या होगा?

आजकल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में भी इसमें पैसे लगाने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन जो लोग भी इसमें पैसा लगा रहें है या लगाने वाले हैं उनके लिए एक झटका देने वाली खबर सामने आई है। भारत में सभी क्रिप्टोकरेंसी में अचानक भारी गिरावट देखी गयी। 

Cryptocurrency Ban in India

क्रिप्टो मार्केट में सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी “बिटक्वाइन (Bitcoin)” की कीमत में भी लगभग 26 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। इसके अलावा बाकी क्वाइन की कीमत भी बुरी तरह गिरी है। इन सभी कॉइन की कीमतों में 25 से 30 फीसदी तक की गिरावट आई है।

कैसे गिरी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमत?

भारत में एका-एक गिरी क्रिप्टोकरेंसी की रेट। भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर मोदी सरकार के बड़े एलान के बाद इन क्रिप्टोकरेंसी में आयी अचानक भारी गिरावट। दरअसल, 23 नवंबर (मंगलवार) की रात भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करने की खबर सामने आई। इसके कुछ देर बाद ही क्रिप्टो बाजार में कुछ ऐसा हुआ जैसा पुरे बाजार में धमाका हो गया हो। यहां तक कि क्रिप्टो मार्केट के नंबर एक क्वाइन बिटक्वाइन की कीमतों में भी 26 फीसदी तक की गिरावट आ गई। इसके अलावा बाकी क्वाइन की कीमत में भी बुरी तरह से गिरावट देखी गयी। इन सभी की कीमतों में 25 से 30 फीसदी तक की गिरावट आई है। क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में मदद करने वाले सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स या एप्लीकेशन इस वक्त लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं।

क्रिप्टो मार्केट में  24 नवंबर (बुधवार) सुबह 9 बजे तक बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 25 फीसदी, इथेरियम (Ethereum) में 23 फीसदी, टीथर (Tether) में करीब 23 फीसदी और यूएसडी (USD) कॉइन में करीब 23 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। भारत में बिटकॉइन कीमत गिरकर 34,99,468 रुपये, इथेरियम की कीमत 2,64,140 रुपये, टीथर की कीमत करीब 63 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 107 रुपये तक पहुंच गई है।

भारत सरकार का क्रिप्टो को लेकर बड़ा ऐलान

भारत सरकार पार्लियामेंट के विंटर सत्र के बैठक में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर एक बिल पेश करने वाली है। इस बिल के अंतर्गत ट्रेडिंग, माइनिंग, ट्रांसफर, होल्डिंग जैसे सभी क्रिप्टोकरेंसी पेहलू को क़ानूनी अपराध बनाया जा सकता है। इस बिल का नाम "द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेनशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021" है। इस बिल में भरत में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की की भी मांग है। ऐसे में अगर यह विधेयक संसद से पारित हो गया तो बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जोखिम काफी ज्यादा है। इसके बावजूद भरत में लोग बड़े पैमाने पर इसमें अपना पैसा निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टोकरेंसी के बारे में लोगों को सही जानकारी नहीं होता है कि लेकिन वे फिर भी इनमे निवेश करते हैं। ऐसे में सरकार ने इन पर पाबंदी लगाने का फैसला किया, जो अच्छा कदम माना जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर चिंता जताते हुए कहा था कि इस तरह की आभासी मुद्राओं से देश की आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता उथल-पुथल हो सकती है।

जानकारी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को देखते हुए केंद्र सरकार देश की अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने की तैयारी में जुटी हुई है, लेकिन भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन और कारोबार पर प्रतिबंध लगाने की योजना भी बनाई जा रही है। खबर यह है की ये बिल 29 नवंबर से शुरू होने वाले पार्लियामेंट के विंटर सत्र के बैठक में पेश किया जा सकता है।

cryptocurrency in india

इस विधयेक से भारत को क्या फयदा होगा?

इस विधेयक में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने वाले लोग, क्रिप्टोकरेंसी को उपयोग में लाने वाले ऐप डेवलपर, माइनिंग करने वाले समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी संबंधित पक्ष आएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी का वैधानिक दायरा तय होने से बाजार में स्थिरता आएगी और इसमें निवेशकों के हितों की भी सुरक्षा की जाएगी। हालांकि सरकार और रिजर्व बैंक ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे क्रिप्टो को किसी भी तरह से भुगतान प्रणाली का हिस्सा नहीं बनाना चाहते हैं और किसी भी तरह के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकृत नहीं किया जाएगा। अब देखना ये है की वो ऐसा करते हैं या नहीं।

क्रिप्टोकरेंसी के बैन होने के बाद क्या होगा?

अगर सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया जाता है तो इसके बाद बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा। आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए अपनी भारत की स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे। खबर ये भी है की अगर क्रिप्टो पर बन लगता है तो जिनके पास पहले से कोई भी क्रिप्टोकरेंसी होल्ड है उसको वापस सामन्य मुद्रा में प्रवर्तित करने के लिए कम से कम 6 महीने का वक़्त दिया जा सकता है। इसके साथ ही कुछ पेनल्टी या टैक्स लगाकर आपको अपने क्रिप्टोकरेंसी प्रवर्तित करने दिया जाएगा। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाना इतना भी आसान नहीं है।

Post a Comment

0 Comments